5 Simple Statements About hindi kahaniyan Explained
5 Simple Statements About hindi kahaniyan Explained
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hindi kahani story
कहानी में वे सभी तत्व नहीं मिलते। वर्तमान की कहानी लेखन की प्रेरणा में अंग्रेजी
ब्राह्मण, चोर और दानव : पंचतंत्र की कहानी
गीदड़ गीदड़ ही रहता है : पंचतंत्र की कहानी
इन कहानियों में ऐतिहासिक तथ्यों को भी उजागर किया जाता है। ये ही कहानियाँ
हैलो दोस्तो मेरी यह कहानी काल्पनिक तो नहीं कही जा सकती क्योकी ये सच मे होता है मेरी यह कहानी हर एसे स्टुडेट के दिल की बात बया करेगी वैसा ट्राय करूगी सभी लोग चाहे कोई भी हो ज्यादा नही मगर पढा तो है ...
लिखते समय कहानीकार यह ध्यान रखता है कि जिस कहानी की वह रचना कर रहा है वह
तब मैं न तो इतनी लंबी थी, न इतनी चौड़ी। कमलाकांत वर्मा
है। मुशी प्रेमचन्द जिस अवधि में कहानियाँ लिख रहे थे उसी अवधि में कई कहानीकारों
इन्होंने मानव के अवचेतन मन की क्रियाओं और उनकी मानसिक ग्रन्थियों को अपनी
ताई, ‘रक्षावधन', 'माता का हृदय' कृतज्ञता आदि
इलाचन्द्र जोशी फ्राइड के मनोविश्लेषण सिद्धान्त को साथ लेकर चलने वाले लेखक हैं।
लक्षण हमारे दैनिक जीवन की क्रियाओं से लकर चिन्तन मनन को भी प्रभावित कर रहा है।
इन्दुमती अपने बूढ़े पिता के साथ विंध्याचल के घने जंगल में रहती थी। जबसे उसके पिता वहाँ पर कुटी बनाकर रहने लगे, तब से वह बराबर उन्हीं के साथ रही; न जंगल के बाहर निकली, न किसी दूसरे का मुँह देख सकी। उसकी अवस्था चार-पाँच वर्ष की थी जबकि उसकी माता का परलोकवास किशोरीलाल गोस्वामी
मैं अमीर नहीं हूँ। बहुत कुछ समझदार भी नहीं हूँ। पर मैं परले दरजे का माँसाहारी हूँ। मैं रोज़ जंगल को जाता हूँ और एक-आध हिरन को मार लाता हूँ। यही मेरा रोज़मर्रा का काम है। मेरे घर में रुपये-पैसे की कमी नहीं। मुझे कोई फ़िकर भी नहीं। इसी सबब से हर रोज़ मैं निज़ाम शाह